"राजस्थानी धातु मूर्ति कला" के अवतरणों में अंतर

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12:45, 5 मार्च 2015 के समय का अवतरण

  • धातु मूर्ति कला को भी राजस्थान में प्रयाप्त प्रश्रय मिला।
  • पूर्व मध्य, मध्य तथा उत्तरमध्य काल में जैन मूर्तियों का यहाँ बहुतायत में निर्माण हुआ।
  • सिरोही ज़िले में वसूतगढ़ पिण्डवाड़ा नामक स्थान पर कई धातु प्रतिमाएं प्राप्त हुई हैं जिसमें शारदा की मूर्ति शिल्प की दृष्टि से द्रस्टव्य है।
  • भरतपुर, जैसलमेर, उदयपुर के ज़िले इस तरह के उदाहरण से परिपूर्ण है।
  • अठाहरवीं शताब्दी से मूर्तिकला ने शनै: शनै: एक उद्योग का रूप लेना शुरू कर दिया था। अत: इनमें कलात्मक शैलियों के स्थान पर व्यावसायिकृत स्वरूप झलकने लगा।
  • इसी काल में चित्रकला के प्रति लोगों का रुझान दिखलाई देता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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