एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"चित्र:Valmiki.jpg" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{चित्र सूचना
 
{{चित्र सूचना
|विवरण=[[लव कुश|लव]] को [[रामायण]] का ज्ञान देते हुए
+
|विवरण=[[लव कुश]] को [[रामायण]] का ज्ञान देते हुए वाल्मीकि
 
|चित्रांकन=
 
|चित्रांकन=
 
|दिनांक=
 
|दिनांक=

12:44, 15 मई 2016 के समय का अवतरण


चित्र जानकारी
विवरण (Description) लव कुश को रामायण का ज्ञान देते हुए वाल्मीकि
अन्य विवरण सीता जी ने अपने वनवास का अन्तिम काल वाल्मीकि के आश्रम पर व्यतीत किया। वहीं पर लव और कुश का जन्म हुआ। वाल्मीकि जी ने उन्हें रामायण का गान सिखाया।




फ़ाइल का इतिहास

फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।

दिनांक/समयअंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल)आकारप्रयोक्ताटिप्पणी
वर्तमान12:32, 15 मई 201612:32, 15 मई 2016 के संस्करण का अंगूठाकार प्रारूप।400 × 432 (129 KB)प्रभा तिवारी (चर्चा | योगदान)

इस फ़ाइल का प्रयोग नीचे दिए गए पृष्ठ पर हो रहा है:

मेटाडाटा