"ओदंतपुरी" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) ('*बिहार में स्थित ओदंतपुरी को उदंतपुरी भी कहते हैं। ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) छो (Removed Category:नया पन्ना; Adding category Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान (using HotCat)) |
||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
− | |||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
+ | |||
+ | [[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]] |
05:49, 2 नवम्बर 2010 का अवतरण
- बिहार में स्थित ओदंतपुरी को उदंतपुरी भी कहते हैं।
- आठवीं सदी के मध्य में बंगाल और बिहार में, पाल वंश के संस्थापक गोपाल ने यहाँ एक महाविहार की स्थापना की थी।
- यह एक महत्वपूर्ण विद्या केन्द्र बन गया था।
- इसके समृद्धिकाल में यहाँ एक हजार विद्यार्थी शिक्षा पाते थे।
- यहाँ का सर्वप्रथम विद्यार्थी दीपंकर था, जो बाद में विक्रमशिला महाविद्यालय का प्रधान आचार्य बना और जिसने तिब्बत जाकर वहाँ लामा संस्था की स्थापना की।
- तेरहवीं सदी के प्रारम्भ में मुसलमान आक्रांताओं ने इसे नष्ट कर दिया।
|
|
|
|
|