एकसाल

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
ऋचा (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:30, 24 जून 2011 का अवतरण ('{{पुनरीक्षण}} वाल्मीकि-रामायण के अनुसार [[भरत]...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

वाल्मीकि-रामायण के अनुसार भरत ने केकय-देश से अयोध्या आते समय अयोध्या के पश्चिम की ओर इस स्थान पर स्थाणुमती नदी को पार किया था,

'एकसाले स्थाणुमती विनते गोमती नदी, कलिंगनगरे चापि प्राप्य सालवनं तदा'[1]

बौद्ध साहित्य[2] में इसे कोसल-देश का एक ब्राह्मणों का ग्राम बताया गया है, यहाँ बुद्ध ने मार को विजित किया था।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अयोध्या. 71, 16।
  2. (संयुत्त. 1, पृ. 111)

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख