कमौधा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

महाभारत वन पर्व में वर्णित काम्यकवन की स्थिति इस ग्राम के निकट बताई जाती है। कमौधा, कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर से तीन मील दूर पहेवा (=पृथूदक) जाने वाले मार्ग पर स्थित है। वामन पुराण में काम्यकवन को कुरुक्षेत्र के सप्तवनों में माना गया है-

'काम्यक च वनं पुण्यं तथा दितिवनं महत्,
व्यासस्य च वनं पुण्यं फलकीवनमेव च।'[1]

कमौधा शब्द को काम्यक का ही अपभ्रंश कहा जाता है।

{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- काम्यकवन



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. (अध्याय 39)

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख