अर्द्ध कथानक -बनारसी दास
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:08, 15 जुलाई 2011 का अवतरण (Adding category Category:भक्ति साहित्य (को हटा दिया गया हैं।))
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- अर्द्ध कथानक (1641 ई.) जैन कवि 'बनारसी दास' का ब्रजभाषा में पद्यबद्ध आत्मचरित है।
- अर्द्ध कथानक में तत्कालीन परिस्थितियों का उल्लेख है।
|
|
|
|
|