आठवीं पंचवर्षीय योजना

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  • आठवीं पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1992 से 1997 तक रहा।
  • केन्द्र में राजनीतिक अस्थिरता के कारण 'आठवीं योजना' दो वर्ष देर से प्रारम्भ हुई।
  • आठवीं योजना का विवरण उस समय स्वीकार किया गया, जब देश एक भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा था।
  • इसके मुख्य कारण थे-
  1. भुगतान संतुलन का संकट,
  2. बढ़ता हुआ ऋण भार,
  3. लगातार बढ़ता बजट- घाटा,
  4. बढ़ती हुई मुद्रास्फीति और
  5. उद्योग में प्रतिसार।
  • नरसिंह राव सरकार ने आर्थिक सुधारों के साथ राजकोषीय सुधारों की भी प्रक्रिया जारी की, ताकि अर्थव्यवस्था को एक नयी गति प्रदान की जा सके।
  • आठवीं योजना का मूलभूत उद्देश्य विभिन्न पहलुओं में मानव विकास करना था।



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