हस्तलाघव कला
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रेणु (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:58, 25 मई 2010 का अवतरण ('जयमंगल के मतानुसार...' के साथ नया पन्ना बनाया)
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। इस कला के अन्तर्गत हाथों की काम करने में फुर्ती और सफ़ाई आती है।