अनन्द विक्रम संवत
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:25, 27 जुलाई 2012 का अवतरण (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�)
- अनन्द विक्रम संवत् भारत में प्रचलित अनेक संवतों में से एक है।
- अनन्द का अर्थ है नौ (नौ नन्दों) रहित 100 में से 9 घटाने पर 91 बचते हैं। अर्थात् ईसवी पूर्व 58-57 में आरम्भ होने वाले सानन्द विक्रम संवत् का आरम्भ ईसवी सन् 33 मानना चाहिए।
- इसका प्रयोग पृथ्वीराज रासो के कवि चंदबरदाई ने, जो मुसलमानों के आक्रमण (1192 ई.) के समय दिल्ली नरेश पृथ्वीराज चौहान का राज कवि था, किया है।
|
|
|
|
|