थिंती (रमैनी)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:35, 4 अगस्त 2014 का अवतरण
आदि ग्रन्थ में 'थिंती' नाम से एक रचना मिलती है, जिसे कबीर ग्रन्थावली तथा बीजक में स्थान नहीं मिला है। 'थिंती' शब्द 'तिथि' का अपभ्रष्ट रूप है। इसमें महीने की दोनों पक्षों की तिथियों के क्रम में रचना होती है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ शर्मा, रामकिशोर कबीर ग्रन्थावली (हिंदी), 100।
संबंधित लेख