समन्वयवाद
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समन्वयवाद ऐसा विश्वास है, जिसमें भिन्नताओं की बजाय समानताओं पर ध्यान देते हुए अलग-अलग मान्यताओं और आचारों को एक-दूसरे के साथ लाने का प्रयास किया जाता है। अधिकतर दर्शन बुद्धिवादी है। इनमें से निम्बार्काचार्य की गणना समन्वयवादी दार्शनिकों में की जा सकती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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