एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

प्रयोग:दीपिका3

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

1 'प्रतिनिध्यात्मक शासन पर विचार' ग्रंथ के लेखक का नाम है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-201,प्रश्न-6

जे.एस. मिल
लास्की
कोल
बेंथम

2 "एक आधुनिक राज्य संविधान के बिना राज्य नहीं अपितु अराजकता का शासन है" यह किसका कथन है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-9,प्रश्न-28

लॉर्ड ब्राइस
ए.वी. डायसी
जैलीनेक
जी.वी.शां

3 राज्य की उत्पत्ति का दैवीय सिद्धांत क्या है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-21,प्रश्न-26

धर्म को राजनीति से मिलाता है।
धर्म को राजनीति से अलग करता है।
सामंतीय शासक की सर्वोच्चता में विश्वास करता है।
लोकप्रिय संप्रभुता में विश्वास करता है।

4 उदार लोकतंत्र का सबसे विशिष्ट लक्षण है, कि- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-47,प्रश्न-18

यह गुण की जगह संख्या पर अधिक बल देता है।
यह सभी व्यक्तियों के मतों को समान मानता है।
यह शासनकर्ता कुलीनतंत्र द्वारा जनता के शोषण के खतरे को न्यूनतम बनाता है।
यह बहुमत की राय पर निर्भर रहता है।

5 "बाह्य संप्रभुता" की अवधारणा को किसने दिया है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-23,प्रश्न-6

ग्रोशियस
ओपेनहाइमर
काण्ट
रूसो

6 निम्नलिखित में से किसने 'फॉसीवाद के सिद्धांत' का वर्णन, इस रूप में किया है कि वह समाजवाद का राष्ट्रवादी रूप है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-42,प्रश्न-16

मार्टिन हैडेगर
जॉर्जेज सोरेल
एल्फ्रेडो रोक्को

7 "अधिकार कानूनों का तथा केवल कानूनों का फल है। बिना कानूनों के कोई अधिकार नहीं, कानूनों के खिलाफ कोई अधिकार नहीं तथा कानूनों से पहले कोई अधिकार नहीं।" यह कथन है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-68,प्रश्न-27

बेंथम का
डायसी का
लास्की का
ऑस्टिन का

8 न्यायपालिका प्रशासन की निरंकुशता पर कैसे अंकुश लगा सकती है?(नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-191,प्रश्न-8

सरकार के विरुद्ध अभियोग द्वारा
मंत्रिमंडल में परिवर्तन द्वारा
राष्ट्रपति को अपदस्थ कर
लोकपाल के माध्यम से

9 ब्रिटेन में संविधान नहीं है, यह कथन किसका है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-200,प्रश्न-46

डी. टॉकविल
हेमिल्टन
हरमन फाइनर
सी.एफ.स्ट्रांग

10 "राजनीतिक दल न्यूनाधिक संगठित उन नागरिकों का समूह होता है जो राजनैतिक इकाई के रूप में कार्य करता है और जिसका उद्देश्य अपने मतदान बल के प्रयोग द्वारा सरकार पर नियंत्रण करना व अपनी सामान्य नीतियों को क्रियांवित करना होता है।" निम्नलिखित में से किस राजनीतिक विचारक ने दल की उपर्युक्त परिभाषा दी?

बर्फ
गेटेल
लॉर्ड ब्राइस
मोरिस दुवर्जर