अवन्ति:-ती

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अवन्तिः-ती (स्त्रीलिंग) [अव+झिच् बा.; पक्षे डीष्]

1. एक नगर का नाम, वर्तमान उज्जयिनी, हिन्दुओं के सात पवित्र नगरों में से एक। कहा जाता है कि यहाँ मरने से शाश्वत सुख मिलता है-अयोध्या मथुरा माया काशी काञ्चिरवन्तिका, पुरी द्वारावती चैव सप्तैता मोक्षदायिकाः। अवन्ती की स्त्रियां काम-कला में अत्यन्त कुशल होती हैं,[1] आवंत्य एवं निपुणाः सुदृशो रतकर्मणि[2]

2. एक नदी का नाम,-(पुल्लिंग-ब.व.) एक देश का नाम जिसे आजकल मालवा कहते हैं, तथा वहाँ के निवासी, इसकी राजधानी शिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जयिनी नगरी है-इसके नगरांचल में महाकाल का एक मन्दिर भी है; अवन्ति-नाथोऽयमुदग्रबाहुः[3], असौ महाकाल-निकेतनस्य वसन्नदूरे किल चन्द्रमौलेः[4], प्राप्यावन्तीनुदयनकथाकोविदग्रामवृद्धान्[5], अवन्तीषूज्जयिनी नाम नगरीं[6]


समस्त पद-पुरम् अवन्ती नामक नगर, उज्जयिनी[7]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. तु.
  2. बालरा. 10/82
  3. रघु. 6/32
  4. -6/34, 35
  5. मेघ 30
  6. का. 52
  7. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 119 |

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