"अनन्द विक्रम संवत" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
छो (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:काल गणना (को हटा दिया गया हैं।))
पंक्ति 13: पंक्ति 13:
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
[[Category:नया पन्ना]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
 +
[[Category:काल गणना]]

13:06, 11 अप्रैल 2011 का अवतरण

  • अनन्द विक्रम संवत् भारत में प्रचलित अनेक संवतों में से एक है।
  • अनन्द का अर्थ है नौ (नौ नन्दों) रहित 100 में से 9 घटाने पर 91 बचते हैं। अर्थात् ईसवी पूर्व 58-57 में आरम्भ होने वाले सानन्द विक्रम संवत् का आरम्भ ईसवी सन् 33 मानना चाहिए।
  • इसका प्रयोग पृथ्वीराज रासो के कवि चंदबरदाई ने, जो मुसलमानों के आक्रमण (1192 ई.) के समय दिल्ली नरेश पृथ्वीराज चौहान का राज कवि था, किया है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ