"कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 393" के अवतरणों में अंतर
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− | { | + | {एलीफैंटा दर्रा कहाँ स्थित है? |
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-[[पाकिस्तान]] | -[[पाकिस्तान]] | ||
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+ | ||[[चित्र:Elephant-Pass.jpg|right|border|80px|एलीफैंटा दर्रा]]दक्षिण एशिया में [[हिन्द महासागर]] के उत्तरवर्ती भाग में [[श्रीलंका]] स्थित है। यह [[भारत]] के दक्षिण में स्थित है। श्रीलंका की दूरी महज 31 कि.मी. है। इसका सबसे बड़ा शहर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह है। श्रीलंका में स्थित एलीफेन्टा दर्रा एक प्रमुख मार्ग है। आवागमन की दृष्टि से यह मार्ग बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। भारतीय पौराणिक काव्यों में श्रीलंका का वर्णन [[लंका]] के रूप में किया गया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[श्रीलंका]] | ||
− | { | + | {श्रीवरदराज पेरुमल मंदिर ([[कांचीपुरम|कांचीपुरम्]]) किस [[देवता]] को समर्पित है? |
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-[[इंद्र]] | -[[इंद्र]] | ||
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+[[विष्णु]] | +[[विष्णु]] | ||
-[[ब्रह्मा]] | -[[ब्रह्मा]] | ||
+ | ||[[चित्र:Varadaraja-Temple.jpg|right|border|80px|वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम]]'कांचीपुरम' उत्तरी [[तमिलनाडु]] के प्राचीन व मशहूर शहरों में से एक है। [[कांचीपुरम]] 'दक्षिण की काशी' मानी जाती है, जो [[मद्रास]] से 45 मील की दूरी पर दक्षिण–पश्चिम में स्थित है। कांचीपुरम को पूर्व में [[कांची]] और कांचीअम्पाठी भी कहा जाता था। कांचीपुरम के मशहूर मंदिरों में [[वरदराज पेरुमल मंदिर]] [[विष्णु|भगवान विष्णु]] के लिए, [[एकम्बरनाथर मंदिर]] [[शिव|भगवान शिव]] के पाँच रूपों में से एक को समर्पित है। इसके अलावा, [[कामाक्षी अम्मान मंदिर]], कुमारकोट्टम, कच्छपेश्वर मंदिर, कैलाशनाथ मंदिर आदि भी मुख्य हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कांचीपुरम]], [[वरदराज पेरुमल मंदिर]] | ||
{प्रख्यात सांस्कृतिक केन्द्र ‘भारत भवन' कहाँ स्थित है? | {प्रख्यात सांस्कृतिक केन्द्र ‘भारत भवन' कहाँ स्थित है? | ||
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− | +[[ | + | +[[भोपाल]] |
− | -[[ | + | -[[आगरा]] |
-[[पटना]] | -[[पटना]] | ||
-[[इंदौर]] | -[[इंदौर]] | ||
+ | ||[[चित्र:Bharat-Bhavan.gif|right|border|80px|भारत भवन भोपाल]]'भारत भवन' [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर में [[बड़ा तालाब, भोपाल|बड़े तालाब]] के निकट स्थित सबसे अनूठे राष्ट्रीय संस्थानों में से है जोकि एक विविध कला संग्रहालय भी है। [[भारत भवन भोपाल|भारत भवन]] की स्थापना [[13 फ़रवरी]], [[1982]] को हुई थी। इस भवन की स्थापना का उद्देश्य सृजनात्मक कलाओं के राष्ट्रीय विकास, परिरक्षण, अन्वेषण, प्रसार-प्रचार एवं प्रोत्साहन हेतु की गई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भारत भवन भोपाल|भारत भवन]], [[भोपाल]] | ||
{'जलियांवाला बाग़' कहाँ स्थित है? | {'जलियांवाला बाग़' कहाँ स्थित है? | ||
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-[[जालंधर]] | -[[जालंधर]] | ||
-[[अम्बाला]] | -[[अम्बाला]] | ||
+ | ||[[चित्र:Jallianwalah-Bagh-Amritsar.jpg|right|border|80px|जलियाँवाला बाग़ स्मारक, अमृतसर]]'अमृतसर' पाकिस्तानी सीमा पर, [[पंजाब]] का सबसे बड़ा नगर है। यह [[गुरु रामदास]] का डेरा हुआ करता था। [[अमृतसर]] अनेक त्रासदियों और दर्दनाक घटनाओं का गवाह रहा है। [[भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] का सबसे बड़ा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग़ में ही हुआ। 1849 ई. में अमृतसर को ब्रिटिश भारत में मिला दिया गया। [[13 अप्रैल]] [[1919]] को शहर के जिस [[जलियांवाला बाग़]] में एक राजनीतिक सभा पर ब्रिटिश सेना ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर 379 लोगों की हत्या कर दी थी तथा इससे भी अधिक लोगों को घायल कर दिया था, उसे अब राष्ट्रीय स्मारक बना दिया गया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जलियाँवाला बाग़]], [[अमृतसर]] | ||
{इनमें से कौन-सा मन्दिर [[माउंट आबू|माउंट आबू पर्वत]] पर स्थित नहीं है? | {इनमें से कौन-सा मन्दिर [[माउंट आबू|माउंट आबू पर्वत]] पर स्थित नहीं है? | ||
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+[[विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग|विश्वनाथ मन्दिर]] | +[[विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग|विश्वनाथ मन्दिर]] | ||
-वास्तुपाल मन्दिर | -वास्तुपाल मन्दिर | ||
+ | ||[[चित्र:Kashi-Vishwanath.jpg|right|border|80px|विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग]]'श्रीविश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग' [[उत्तर प्रदेश]] के [[वाराणसी]] जनपद के [[काशी]] नगर में अवस्थित है। कहते हैं, काशी तीनों लोकों में न्यारी नगरी है, जो [[शिव]] के [[त्रिशूल]] पर विराजती है। इसे आनन्दवन, आनन्दकानन, अविमुक्त क्षेत्र तथा काशी आदि अनेक नामों से स्मरण किया गया है। काशी साक्षात सर्वतीर्थमयी, सर्वसन्तापहरिणी तथा मुक्तिदायिनी नगरी है। निराकर महेश्वर ही यहाँ भोलानाथ [[विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग|श्रीविश्वनाथ]] के रूप में साक्षात अवस्थित हैं। काशी नगरी की उत्पत्ति तथा उसकी भगवान शिव की प्रियतमा बनने की कथा [[स्कन्द पुराण]] के काशी खण्ड में वर्णित है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग]] | ||
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05:35, 6 जनवरी 2020 का अवतरण
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- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- कला प्रांगण, कला कोश, संस्कृति प्रांगण, संस्कृति कोश, धर्म प्रांगण, धर्म कोश
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