क़ायम सवाल रहता है -आदित्य चौधरी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:00, 1 सितम्बर 2014 का अवतरण ("क़ायम सवाल रहता है -आदित्य चौधरी" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (अनिश्चित्त अवधि) [move=sysop] (अनिश्चित्त अवधि)))
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें


Copyright.png
क़ायम सवाल रहता है -आदित्य चौधरी

कोई आएगा, ये मुझको ख़याल रहता है
कोई आए ही क्यों, क़ायम सवाल रहता है

          किसी उदास से रस्ते से उसकी आमद को
          ये मिरा दिल भी तो बैचैने हाल रहता है

नहीं कोई ज़ोर ज़माने का मेरी हस्ती पर
इसी ग़ुरूर में बंदा मिसाल रहता है

          हमारे इश्क़ को हासिल है किस्मतों के करम
          गली के मोड़ पर हुस्न-ए-जमाल रहता है

यूँ ही मर जाएंगे, इक दिन जो मौत आएगी
इसी को सोचकर शायद बवाल रहता है