कुण्डलवन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
लक्ष्मी गोस्वामी (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:26, 22 फ़रवरी 2011 का अवतरण ('*कुण्डलवन कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के समीप ही प्...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • कुण्डलवन कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के समीप ही प्राचीन समय में कुण्डलवन स्थंल में स्थित था।
  • कुण्डलवन स्थान की प्रसिद्धि का कारण कनिष्क के समय (लगभग 120 ई.) में आयोजित चौथीं बौद्ध संगीति (बौद्ध सम्मेलन) है।
  • कुण्डलवन पहले बौद्ध विहार कश्मीर में सम्भत: श्रीनगर के निकट ही था। बौद्ध संगीति के अध्यक्ष वसुमित्र और उपाध्यक्ष पाटलिपुत्र निवासी 'बुद्ध चरित्र' का ख्यातनाम लेखक अश्वघोष थे, इसके 500 सदस्य थे।
  • कुण्डलवन में विभाषाशास्त्र नामक धर्म ग्रंथ का संकलन हुआ। अब यह ग्रन्थ केवल चीन की भाषा में ही प्राप्त है। इसी के पश्चात बौद्ध धर्म हीनयान तथा महायान नामक दो सम्प्रदायों में विभाजित हो गया।
  • तिब्बत के लेखक तारानाथ लिखते है, कि कुण्डलवन की स्थिति कुछ लोग कश्मीर में तथा अन्य लोग जालंधर के निकट कुवन में मानते हैं। वर्तमान अंवेषकों के आधार पर प्रथम मत ही ग्राह्य जान पड़ता है।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ