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08:24, 3 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

खस मंडल कुमायूं उत्तराखंड का एक भाग है।

  • खस-जाति के लोग मध्य हिमालय प्रदेश के प्राचीन निवासी हैं।
  • नेपाल में भी इनकी संख्या काफ़ी है।
  • 10वीं शती से 13वीं शती ई. तक भारत के कई राजपूत - वंशों ने इस प्रदेश में आकर शरण ली थी और छोटी-छोटी रियासतें स्थापित कर ली थीं।
  • पुराणों में खस जाति की अनार्य या असंस्कृत जातियों में गणना की गई है।
  • बरनौफ (burnouf) के अनुसार, दिव्यावदान[1] में खस राज्य का उल्लेख है।
  • तिब्बत के इतिहास लेखक तारानाथ ने भी खसप्रदेश का उल्लेख किया है।[2]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. दिव्यावदान, पृष्ठ 372
  2. इण्डियन हिस्टॉरिकल क्वार्टरली, 1930, पृष्ठ 334

माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या-255।

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