"टॉय ट्रेन" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो
 
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 14 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
+
[[चित्र:Toy-Train-Darjeeling.jpg|thumb|300px|टॉय ट्रेन, [[दार्जिलिंग]]]]
*दार्जिलिंग शहर की एक पहचान और भी है। वह है विश्व धरोहरों की सूची में शामिल टॉय ट्रेन यानी खिलौना गाड़ी।
+
'''टॉय ट्रेन''' यानी खिलौना गाड़ी [[दार्जिलिंग]] शहर की एक पहचान है और यह [[विश्व धरोहर स्थल|विश्व धरोहरों]] की सूची में शामिल है।
*टॉय ट्रेन [[दार्जिलिंग]] के पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केंद्र है और छोटी लाइन की पटरियों पर यह दार्जिलिंग से न्यूजलपाईगुड़ी तक का सफ़र करती है।
+
==आकर्षण==
*टाइगर हिल का मुख्‍य आनंद टॉय ट्रेन पर चढ़ाई करने में है। आपको हर सुबह पर्यटक इस पर चढ़ाई करते हुए मिल जाएंगे।  
+
टॉय ट्रेन दार्जिलिंग के पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केंद्र है और छोटी लाइन की पटरियों पर यह दार्जिलिंग से न्यूजलपाईगुड़ी तक का सफ़र करती है।
*यह ट्रेन दिखने में बिल्कुल खिलौना की तरह ही खूबसूरत होते है। इसलिए इन्हे टॉय ट्रेन कहा जाता है।  
+
[[टाइगर हिल]] का मुख्‍य आनंद टॉय ट्रेन पर चढ़ाई करने में है। आपको हर सुबह पर्यटक इस पर चढ़ाई करते हुए मिल जाएंगे।  
*हालांकि टॉय ट्रेन की रफ़्तार बहुत धीमी होती है पर इस पर सवारी करने का आनन्द ही अनोखा है।  
+
यह ट्रेन दिखने में बिल्कुल खिलौना की तरह ही ख़ूबसूरत होती है। इसलिए इन्हे टॉय ट्रेन कहा जाता है।  
*ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से गुज़रने वाली ये ट्रेनें बहुत हवादार होती है। इस में मौजूद खिड़कियों से जब आप बाहर की ओर झांक कर देखेंगे, तो लगेगा मानो कोई फिल्म चल रही हो।  
+
हालांकि टॉय ट्रेन की रफ़्तार बहुत धीमी होती है पर इस पर सवारी करने का आनन्द ही अनोखा है।  
*अंधेरी गुफाओं से होकर जब ये ट्रेनें गुज़रती है, तो बेहद रोमांचक और थोड़ा डरावना भी लगता है।  
+
[[चित्र:Toy-Train-Darjeeling-1.jpg|thumb|250px|left|टॉय ट्रेन, [[दार्जिलिंग]]]]
*टॉय ट्रेनें एक-दो नहीं, बल्कि अनेक गुफाओं से गुज़रती है।  
+
ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से गुज़रने वाली ये ट्रेनें बहुत हवादार होती है। इस में मौजूद खिड़कियों से जब आप बाहर की ओर झांक कर देखेंगे, तो लगेगा मानो कोई फ़िल्म चल रही हो।  
 +
अंधेरी गुफाओं से होकर जब ये ट्रेनें गुज़रती है, तो बेहद रोमांचक और थोड़ा डरावना भी लगता है।  
 +
टॉय ट्रेनें एक-दो नहीं, बल्कि अनेक गुफाओं से गुज़रती है।  
 
==टॉय ट्रेन का सफ़र==
 
==टॉय ट्रेन का सफ़र==
दार्जिलिंग, कर्सियांग, सिलीगुड़ी से विष्व की सबसे छोटी रेल लाइन 'टॉय ट्रेन' से जुड़ी है। टॉय ट्रेन 7408 फीट की ऊँचाई पर स्थित धूम स्टेषन से दार्जिलिंग स्टेशन पहुँचने से पहले विष्व प्रसिद्ध बतासिया लूप से बर्फ़ ढ़की पर्वतमाला [[कंचनजंगा]] का मनोरम दृश्य दिखाती हुई नीचे उतरती है। शायद इस रेल के सफ़र का रोमांचक एहसास पाने के बाद प्रसिद्ध अंग्रेजी साहित्यकार तथा लेखक मार्क टवेन ने [[1896]] में लिखे अपने पुस्तक में उद्गार इस तरह व्यक्त किए थे कि यह यात्रा इतनी रोमांचक, उत्तेजना पूर्ण और मुग्ध करनेवाली है कि इसे आठ घंटे के बजाये हफ्तेभर कर दिया जाना चाहिए। यहाँ सभी क्षेत्रों में यातायात की अच्छी सुविधा भी है। बस और टैक्सियों से सिलीगुडी से दार्जिलिंग, और सिलीगुडी से कालेम्पोंग का सफ़र दोनों ही लगभग तीन-तीन घंटों का है जो अत्यंत मनमोहक और आनंददायक सिद्ध होता है।
+
दार्जिलिंग, कर्सियांग, सिलीगुड़ी से विष्व की सबसे छोटी रेल लाइन 'टॉय ट्रेन' से जुड़ी है। टॉय ट्रेन 7408 फीट की ऊँचाई पर स्थित धूम स्टेशन से दार्जिलिंग स्टेशन पहुँचने से पहले विष्व प्रसिद्ध बतासिया लूप से बर्फ़ ढ़की पर्वतमाला [[कंचनजंगा]] का मनोरम दृश्य दिखाती हुई नीचे उतरती है। शायद इस रेल के सफ़र का रोमांचक एहसास पाने के बाद प्रसिद्ध अंग्रेजी साहित्यकार तथा लेखक मार्क टवेन ने 1896 में लिखे अपने पुस्तक में उद्गार इस तरह व्यक्त किए थे कि यह यात्रा इतनी रोमांचक, उत्तेजना पूर्ण और मुग्ध करने वाली है कि इसे आठ घंटे के बजाये हफ्तेभर कर दिया जाना चाहिए। यहाँ सभी क्षेत्रों में यातायात की अच्छी सुविधा भी है। बस और टैक्सियों से सिलीगुडी से दार्जिलिंग, और सिलीगुडी से कालेम्पोंग का सफ़र दोनों ही लगभग तीन-तीन घंटों का है जो अत्यंत मनमोहक और आनंददायक सिद्ध होता है।
 +
 
 +
{{seealso|दार्जिलिंग हिमालयी रेल}}
  
{{प्रचार}}
 
 
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
[[Category:नया पन्ना]]
+
==संबंधित लेख==
[[Category:दार्जिलिंग]]
+
{{पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल}}{{भारतीय रेल}}
[[Category:पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल]]
+
[[Category:दार्जिलिंग]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:थल यातायात]][[Category:रेल यातायात]][[Category:यातायात और परिवहन कोश]][[Category:पश्चिम बंगाल]][[Category:विश्‍व विरासत स्‍थल]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
__NOTOC__

09:56, 25 जनवरी 2021 के समय का अवतरण

टॉय ट्रेन, दार्जिलिंग

टॉय ट्रेन यानी खिलौना गाड़ी दार्जिलिंग शहर की एक पहचान है और यह विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है।

आकर्षण

टॉय ट्रेन दार्जिलिंग के पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केंद्र है और छोटी लाइन की पटरियों पर यह दार्जिलिंग से न्यूजलपाईगुड़ी तक का सफ़र करती है। टाइगर हिल का मुख्‍य आनंद टॉय ट्रेन पर चढ़ाई करने में है। आपको हर सुबह पर्यटक इस पर चढ़ाई करते हुए मिल जाएंगे। यह ट्रेन दिखने में बिल्कुल खिलौना की तरह ही ख़ूबसूरत होती है। इसलिए इन्हे टॉय ट्रेन कहा जाता है। हालांकि टॉय ट्रेन की रफ़्तार बहुत धीमी होती है पर इस पर सवारी करने का आनन्द ही अनोखा है।

टॉय ट्रेन, दार्जिलिंग

ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से गुज़रने वाली ये ट्रेनें बहुत हवादार होती है। इस में मौजूद खिड़कियों से जब आप बाहर की ओर झांक कर देखेंगे, तो लगेगा मानो कोई फ़िल्म चल रही हो। अंधेरी गुफाओं से होकर जब ये ट्रेनें गुज़रती है, तो बेहद रोमांचक और थोड़ा डरावना भी लगता है। टॉय ट्रेनें एक-दो नहीं, बल्कि अनेक गुफाओं से गुज़रती है।

टॉय ट्रेन का सफ़र

दार्जिलिंग, कर्सियांग, सिलीगुड़ी से विष्व की सबसे छोटी रेल लाइन 'टॉय ट्रेन' से जुड़ी है। टॉय ट्रेन 7408 फीट की ऊँचाई पर स्थित धूम स्टेशन से दार्जिलिंग स्टेशन पहुँचने से पहले विष्व प्रसिद्ध बतासिया लूप से बर्फ़ ढ़की पर्वतमाला कंचनजंगा का मनोरम दृश्य दिखाती हुई नीचे उतरती है। शायद इस रेल के सफ़र का रोमांचक एहसास पाने के बाद प्रसिद्ध अंग्रेजी साहित्यकार तथा लेखक मार्क टवेन ने 1896 में लिखे अपने पुस्तक में उद्गार इस तरह व्यक्त किए थे कि यह यात्रा इतनी रोमांचक, उत्तेजना पूर्ण और मुग्ध करने वाली है कि इसे आठ घंटे के बजाये हफ्तेभर कर दिया जाना चाहिए। यहाँ सभी क्षेत्रों में यातायात की अच्छी सुविधा भी है। बस और टैक्सियों से सिलीगुडी से दार्जिलिंग, और सिलीगुडी से कालेम्पोंग का सफ़र दोनों ही लगभग तीन-तीन घंटों का है जो अत्यंत मनमोहक और आनंददायक सिद्ध होता है।

इन्हें भी देखें: दार्जिलिंग हिमालयी रेल


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख