महाभुजंगप्रयात सवैया

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महाभुजंगप्रयात सवैया 24 वर्णों का छन्द है, जो आठ यगणों से बनता है। यह भुजंगप्रयात का दुगुना छन्द है। इसमें 12, 12 वर्णों पर यति होती है।

  • "रहे बैठि न्यारी घटा देखि कारी, बिहारी बिहारी बिहारी ररै जू।"[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भिखारीदास ग्रं., पृष्ठ 244

धीरेंद्र, वर्मा “भाग- 1 पर आधारित”, हिंदी साहित्य कोश (हिंदी), 742।

बाहरी कड़ियाँ

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