महारानी विक्टोरिया

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:59, 16 मार्च 2011 का अवतरण (Adding category Category:इतिहास कोश (को हटा दिया गया हैं।))
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

महारानी विक्टोरिया (1819-1901), 1837 ई. में ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैण्ड की महारानी के रूप में सिंहासन पर आरूढ़ हुईं। 1877 ई. में वह भारत की सम्राज्ञी घोषित की गईं। भारत का शासन प्रबन्ध 1858 ई. में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के हाथ से निकलकर ब्रिटिश राजसत्ता को सौंप दिया गया। इसकी जो उदघोषणा, महारानी के नाम से की गई, उससे वह भारतीयों में जनप्रिय हो गईं, क्योंकि ऐसा विश्वास किया जाता था कि उदघोषणाओं में जो उदार विचार व्यक्त किए गए थे, वे उनके निजी और उदार विचारों के प्रतिबिम्ब स्वरूप थे। महारानी विक्टोरिया ने कभी भी भारत-भ्रमण नहीं किया और भारतीय प्रशासन का संचालन संवैधानिक शासक की हैसियत से करते हुए उन्हीं नीतियों का अनुमोदन किया, जिसकी सिफ़ारिश उनके उत्तरदायी मंत्रियों ने की। ड्यूक ऑफ़ कनाट महारानी विक्टोरिया का पुत्र और इंग्लैंण्ड के राजघराने का प्रमुख सदस्य था। फिर भी उन्होंने भारतीयों के बीच बड़ी लोकप्रियता अर्जित की और 1901 ई. में जब उनकी मृत्यु हुई, तो सारे भारत में शोक मनाया गया।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

(पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-430