एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

मैं समय हूँ, काल हूँ मैं -आदित्य चौधरी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:09, 18 फ़रवरी 2015 का अवतरण ("मैं समय हूँ, काल हूँ मैं -आदित्य चौधरी" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (अनिश्चित्त अवधि) [move=sysop] (अनिश्चित्त �)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Copyright.png
मैं समय हूँ, काल हूँ मैं -आदित्य चौधरी

मैं समय हूँ, काल हूँ मैं
सकल व्योमिक चाल हूँ मैं
पल, घड़ी और प्रहर हूँ मैं
दिवस मास और साल हूँ मैं

मैं समय संसार रचता
सकल ये ब्रह्माण्ड रचता
मुझसे सूरज चांद तारे
मैं तेरा आकार रचता

बारहों आदित्य मेरे
आठ वसुओं का मैं स्वामी
और ग्यारह रुद्र मुझको
मानते अपना रचयिता

एक नया ये वर्ष देने
फिर से तेरे सामने हूँ
फिर से जी ले
फिर से मर ले
संग मैं संग्राम में हूँ