रुक्मिणी देवी अरुंडेल

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:05, 3 मार्च 2016 का अवतरण (''''रुक्मिणी देवी अरुंडेल''' (अंग्रेज़ी: Rukmini Devi Arundale, जन्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

रुक्मिणी देवी अरुंडेल (अंग्रेज़ी: Rukmini Devi Arundale, जन्म: 29 फ़रवरी, 1904 - 24 फ़रवरी 1986) प्रसिद्ध भारतीय नृत्यांगना थीं। इन्होंने भरतनाट्यम नृत्य में भक्तिभाव भरा तथा नृत्य की एक अपनी परंपरा आरम्भ की। इनको कला के क्षेत्र में 1956 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। गौरतलब है कि 1920 के दशक में भरतनाट्यम को अच्छी नृत्य शैली नहीं माना जाता था और तब लोग इसका विरोध करते थे, बावजूद इसके उन्होंने न केवल इसका समर्थन किया बल्कि इस कला को अपनाया भी।

जीवन परिचय

रुक्मिणी देवी का जन्म 29 फ़रवरी, 1904 को तमिल नाडु के मदुरै जिले में एक ब्राह्मण परिवार में हुअा था।

सम्मान एवं पुरस्कार

इन्हें 1956 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 1957 में संगीत नाटक अवार्ड और 1967 में संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप मिला। 1977 में मोरारजी देसाई ने इनको राष्ट्रपति पद की पेशकश की थी पर इन्होंने राष्ट्रपति भवन से ज्यादा महत्त्व अपनी कला अकादमी को दिया तथा उनकी पेशकश को स्वीकार नहीं किया।

निधन

रुक्मिणी देवी का निधन 24 फ़रवरी, 1986 को चेन्नई में हुआ था।



संबंधित लेख