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*इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली।  
 
*इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली।  
 
*वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष [[भारत]] के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए।  
 
*वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष [[भारत]] के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए।  
*[[पुर्तग़ाल]] की पुलिस ने गोवा के महान क्रांतिकारी लक्ष्मण वेलिंगकर को गिरफ्ताकर करके यह जानने का प्रयत्न किया कि उसके साथी कौन-कौन है?  
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*[[पुर्तग़ाल]] की पुलिस ने गोवा के महान् क्रांतिकारी लक्ष्मण वेलिंगकर को गिरफ्ताकर करके यह जानने का प्रयत्न किया कि उसके साथी कौन-कौन है?  
 
*लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें [[नमक]]-[[मिर्च]] भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी [[मृत्यु]] हो गई।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/goa%20krantikari.php#Laxman%20V |title=लक्ष्मण वेलिंगकर|accessmonthday=16 फरवरी|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
 
*लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें [[नमक]]-[[मिर्च]] भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी [[मृत्यु]] हो गई।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/goa%20krantikari.php#Laxman%20V |title=लक्ष्मण वेलिंगकर|accessmonthday=16 फरवरी|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
  

11:27, 1 अगस्त 2017 के समय का अवतरण

लक्ष्मण वेलिंगकर का जन्म सन 1925 में गोवा के वेलिंग स्थान पर हुआ था। भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।

  • इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली।
  • वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष भारत के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए।
  • पुर्तग़ाल की पुलिस ने गोवा के महान् क्रांतिकारी लक्ष्मण वेलिंगकर को गिरफ्ताकर करके यह जानने का प्रयत्न किया कि उसके साथी कौन-कौन है?
  • लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें नमक-मिर्च भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी मृत्यु हो गई।[1]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. लक्ष्मण वेलिंगकर (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 16 फरवरी, 2017।

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