"साँचा:विशेष आलेख" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{| style="background:transparent; width:100%"
 
{| style="background:transparent; width:100%"
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">आज का लेख</font>
+
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">एक आलेख</font>
 
|-
 
|-
 
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
 
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
<div style="padding:3px">[[चित्र:Gowalia tank.jpg|गोवालिया टैंक मैदान|right|100px|border|link=भारतीय क्रांति दिवस]]</div>
+
<div style="padding:3px">[[चित्र:Independence-Day-1.jpg|आधी रात को स्वतंत्रता|right|100px|link=स्वतंत्रता दिवस]]</div>
 
<poem>
 
<poem>
         '''[[भारतीय क्रांति दिवस]]''' प्रतिवर्ष [[9 अगस्त]] को मनाया जाता है। यह दिन 'अगस्त क्रांति दिवस' के रूप में भी जाना जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध में समर्थन लेने के बावज़ूद जब [[अंग्रेज़]] भारत को स्वतंत्र करने को तैयार नहीं हुए तो [[राष्ट्रपिता]] [[महात्मा गाँधी]] ने [[भारत छोड़ो आंदोलन]] के रूप में आज़ादी की अंतिम जंग का ऐलान कर दिया जिससे ब्रितानिया हुक़ूमत में दहशत फैल गई। [[9 अगस्त]], सन् [[1942]] में इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी, इसीलिए 9 अगस्त के दिन को इतिहास में अगस्त क्रांति दिवस के रूप में जाना जाता है। यह आंदोलन [[मुम्बई]] के जिस पार्क से शुरू हुआ उसे अब [[अगस्त क्रांति मैदान]] के नाम से जाना जाता है। गाँधीजी ने अहिंसक रूप से आंदोलन चलाने का आह्वान किया था लेकिन अंग्रेज़ों को भगाने का देशवासियों में ऐसा जुनून पैदा हो गया कि कई स्थानों पर बम विस्फोट हुए, सरकारी इमारतों को जला दिया गया, बिजली काट दी गई तथा परिवहन और संचार सेवाओं को भी ध्वस्त कर दिया गया। [[भारतीय क्रांति दिवस|... और पढ़ें]]</poem>
+
         '''[[स्वतंत्रता दिवस]]''' ऐसा दिन है जब प्रत्येक भारतीय अपने महान राष्‍ट्रीय नेताओं और स्‍वतंत्रता सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि देते हैं जिन्‍होंने विदेशी नियंत्रण से [[भारत]] को आज़ाद कराने के लिए अनेक बलिदान दिए और अपने जीवन न्‍यौछावर कर दिए। [[मई]] [[1857]] में [[दिल्ली]] के कुछ [[समाचार पत्र|समाचार पत्रों]] में यह भविष्यवाणी छपी कि [[प्लासी युद्ध|प्लासी के युद्ध]] के पश्चात 23 जून 1757 ई. को भारत में जो अंग्रेज़ी राज्य स्थापित हुआ था वह 23 जून 1857 ई. तक समाप्त हो जाएगा। यह भविष्यवाणी सारे देश में फैल गई और लोगों में स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए जोश की लहर दौड़ गई। [[14 अगस्त]], [[1947]] को रात को 11.00 बजे संघटक सभा द्वारा भारत की स्‍वतंत्रता को मनाने की एक बैठक आरंभ हुई, जिसमें अधिकार प्रदान किए जा रहे थे। जैसे ही घड़ी में रात के 12.00 बजे भारत को आज़ादी मिल गई और भारत एक स्‍वतंत्र देश बन गया। प्रत्येक वर्ष [[15 अगस्त]] को [[प्रधानमंत्री|भारतीय प्रधानमंत्री]] प्रातः 7 बजे [[लाल क़िला|लाल क़िले]] पर झण्डा लहराते हैं और अपने देशवासियों को अपने देश की नीति पर भाषण देते हैं। [[स्वतंत्रता दिवस|... और पढ़ें]]</poem>
 
<center>
 
<center>
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
|-
 
|-
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
 +
| [[भारतीय क्रांति दिवस]]
 
| [[हिरोशिमा दिवस]]  
 
| [[हिरोशिमा दिवस]]  
 
| [[रंग]]  
 
| [[रंग]]  
| [[सिंधु घाटी सभ्यता]]
 
 
|}
 
|}
 
</center>
 
</center>
 
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>
 
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>

08:30, 11 अगस्त 2016 का अवतरण

एक आलेख
आधी रात को स्वतंत्रता

        स्वतंत्रता दिवस ऐसा दिन है जब प्रत्येक भारतीय अपने महान राष्‍ट्रीय नेताओं और स्‍वतंत्रता सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि देते हैं जिन्‍होंने विदेशी नियंत्रण से भारत को आज़ाद कराने के लिए अनेक बलिदान दिए और अपने जीवन न्‍यौछावर कर दिए। मई 1857 में दिल्ली के कुछ समाचार पत्रों में यह भविष्यवाणी छपी कि प्लासी के युद्ध के पश्चात 23 जून 1757 ई. को भारत में जो अंग्रेज़ी राज्य स्थापित हुआ था वह 23 जून 1857 ई. तक समाप्त हो जाएगा। यह भविष्यवाणी सारे देश में फैल गई और लोगों में स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए जोश की लहर दौड़ गई। 14 अगस्त, 1947 को रात को 11.00 बजे संघटक सभा द्वारा भारत की स्‍वतंत्रता को मनाने की एक बैठक आरंभ हुई, जिसमें अधिकार प्रदान किए जा रहे थे। जैसे ही घड़ी में रात के 12.00 बजे भारत को आज़ादी मिल गई और भारत एक स्‍वतंत्र देश बन गया। प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को भारतीय प्रधानमंत्री प्रातः 7 बजे लाल क़िले पर झण्डा लहराते हैं और अपने देशवासियों को अपने देश की नीति पर भाषण देते हैं। ... और पढ़ें

पिछले आलेख भारतीय क्रांति दिवस हिरोशिमा दिवस रंग