अंशुमान त्रेतायुग में अयोध्या के एक इक्ष्वाकुवंशी राजा थे।
- इनके पितामह राजा 'सगर' थे, पिता 'असमंजस, पुत्र 'दिलीप' तथा पौत्र भगीरथ थे।
- राजा सगर के अश्वमेध के घोड़े की खोज में गए अंशुमान कपिल मुनि को प्रसन्न कर घोड़ा लाए और कपिल के शाप से भस्म हुए राजकुमारों की मुक्ति के लिए गंगा का पृथ्वी पर अवतरण ही उपाय है, यह भी ज्ञात किया।
- अंशुमान सगर के बाद राजा बने थे।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |
संबंधित लेख
|
छिपाई हुई श्रेणी: