अदन

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अदन
अदन, यमन गणराज्य
अदन, यमन गणराज्य
विवरण 'अदन' एक प्रमुख बंदरगाह है, जो यमन गणराज्य में स्थित है। यह एक शांत ज्वालामुखी के क्रेटर में स्थित है।
गणराज्य यमन
जनसंख्या लगभग दस लाख (2009)
मुख्य भाषा अरबी
निर्देशांक 12°48′ उत्तरी अक्षांश तथा 45°02′ पूर्वी देशांतर
मुख्य उत्पादित वस्तुएँ सिगरेट तथा नमक
संबंधित लेख अदन की खाड़ी
अन्य जानकारी ईसाई, मुसलमान और यहूदी मत के अनुसार अदन स्वर्ग का वह उपवन है, जहाँ ईश्वर ने 'आदम' को बनाकर रखा था।

अदन यमन गणराज्य का एक बंदरगाह है। यह लाल सागर की 'अदन की खाड़ी' पर 'बाब अल-मन्देब' जलसन्धि से लगभग 170 कि.मी. पूर्व में स्थित है। यह देश का सबसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक केंद्र और बंदरगाह है। अदन बंदरगाह एक शांत ज्वालामुखी के क्रेटर में स्थित है।[1]

  • अदन 12°48′ उत्तरी अक्षांश तथा 45°02′ पूर्वी देशांतर पर स्थित है। यहाँ लगभग दस लाख लोग रहते हैं।
  • 1839 से 1967 के काल में यहाँ ब्रिटिश क़ब्ज़ा रहा और इस दौरान 1937 तक इसे ब्रिटिश भारत का हिस्सा माना जाता था।
  • यह करमुक्त बंदरगाह[2] है। जलवायु गरम तथा वार्षिक वर्षा दो इंच मात्र होती है।
  • यहाँ पर दो बंदरगाह हैं- एक बाह्य, जो नगर की ओर मुखांकित और सिरिह द्वीप से सुरक्षित है तथा तूसरा आंतरिक, जो अदन बैक बे या अरबों द्वारा बंदर तबाइह कहलाता है।
  • सन 1868 में स्वेज नहर के बन जाने से अदन एक प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र बन गया है। यह जहाजों के कोयला तथा तेल लेने के लिए ठहरने का प्रमुख स्थान भी है।
  • अदन मुख्य रूप से सिगरेट तथा नमक उत्पन्न करता है।
  • यहूदी, ईसाई और मुसलमान मत के अनुसार अदन स्वर्ग का वह उपवन है, जहाँ ईश्वर ने 'आदम' को बनाकर रखा था।[3]


इन्हें भी देखें: अदन की खाड़ी


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अदन (हिन्दी) भारतखोज। अभिगमन तिथि: 14 सितम्बर, 2014।
  2. फ्रीफोर्ट
  3. शर्मा, राणाप्रसाद पौराणिक कोश (हिंदी)। वाराणसी: ज्ञान मंडल लिमिटेड, 562।

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