अपरसेक चंबल और नर्मदा के बीच में स्थित रहा होगा। सहदेव ने दक्षिण दिशा की विजययात्रा में सेक और अपरसेक नामक देशों पर विजय प्राप्त की थी।
- 'सेकानपरसेकांश्च व्यजयत् सुमहाबल:'।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 26| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ महाभारत सभा पर्व 31,1
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