एशिया माइनर

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एशिया माइनर आज के तुर्की, विशेषकर इसके मध्य भाग को कहा जाता है। यह इलाका 'आनातोलिया' नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में ऊँचे पहाड़ आदि मिलते हैं। यह तुर्की का एक प्रमुख पठारी क्षेत्र है, जिसकी ऊँचाई पश्चिम में 2000 फुट और पूर्व में लगभग 4000 फुट तक है।

  • तुर्की का यह भाग टॉरस और पॉण्टस पर्वतमालाओं से घिरा हुआ है।
  • एशिया माइनर में बहने वाली नदियाँ या तो झीलों में गिरती हैं या फिर निचले दलदलों में लुप्त हो जाती हैं।
  • यहाँ की कुछ नदियाँ पर्वतों को काटती हुई गुफ़ाओं का निर्माण करते हुए प्रवाहित होती हैं।
  • इस क्षेत्र में गर्मी के दिनों में गर्म तथा तेज हवाएँ चलती हैं।
  • यहाँ के अर्धशुष्क घास के मैदानों में भेड़-बकरियाँ पाली जाती हैं। दूध और दही का समावेश यहाँ के भोजन में अधिक होता है।
  • गर्मी के दिनों में प्राय: गड़ेरिए अपने जानवरों के साथ पहाड़ों पर चले जाते हैं और अन्य मौसम में मैदानी भाग में उतर आते हैं।
  • एशिया माइनर में सिंचाई के साधन उपलब्ध हैं। यहाँ गेहूँ की खेती मुख्यत: होती है।
  • तुर्की के इस महत्त्वपूर्ण पठारी क्षेत्र में लगभग एक तिहाई जनसंख्या निवास करती है।


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