कच्छ का रण
कच्छ का रण गुजरात राज्य में कच्छ ज़िले के उत्तर तथा पूर्व में फैला हुआ एक नमकीन दलदल का वीरान स्थल है।
- कच्छ का रण लवणीय दलदली भूमि है जो पश्चिमी-मध्य भारत और दक्षिणी पाकिस्तान में स्थित है।
- कच्छ का रण लगभग 23,300 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला हुआ है और पाकिस्तान सीमा से लगे भारतीय राज्य गुजरात में लगभग पूरा का पूरा अवस्थित है।
- कच्छ का छोटा रण, कच्छ की खाड़ी के पूर्वोत्तर में है और यह गुजरात के लगभग 5,100 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है।
- मूलतः अरब सागर का विस्तार रहा कच्छ का रण सदियों से एकत्रित होने वाले अवसाद के कारण एक बंद क्षेत्र बन गया है।
- कच्छ का रण समुद्र का ही एक सँकरा अंग है जो भूकंप के कारण संभवत: अपने मौलिक तल को ऊपर उभर आया है और परिणामस्वरूप समुद्र से पृथक् हो गया है।
- सिकंदर महान् के समय यह नौकायन योग्य झील थी। लेकिन अब यह एक विस्तृत दलदली क्षेत्र है, जो मॉनसून के दौरान जलमग्न रहता है।
- उत्तरी रण, जो लगभग 257 किमी में फैला हुआ है। पूर्वी रण अपेक्षाकृत छोटा है। इसका क्षेत्रफल लगभग 5,178 वर्ग किमी है।
- मार्च से अक्टूबर मास तक यह क्षेत्र अगम्य हो जाता है।
- यहाँ के लोगों का निवास निम्न, विलग पहाड़ियों तक सीमित है।
इतिहास
सन 1819 ई. के भूकंप में उत्तरी रण का मध्य भाग किनारों की अपेक्षा अधिक ऊपर उभर गया। इसके परिणामस्वरूप मध्य भाग सूखा तथा किनारे पानी, कीचड़ तथा दलदल से भरे हैं। ग्रीष्म काल में दलदल सूखने पर लवण के श्वेत कण सूर्य के प्रकाश में चमकने लगते हैं।
बड़े रण के पश्चिमी छोर पर भारत-पाकिस्तान सीमा को लेकर 1965 में विवाद उठ खड़ा हुआ था। अप्रैल में लड़ाई छिड़ गई और ब्रिटेन की मध्यस्थता के बाद ही युद्ध विराम हुआ। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव द्वारा सुरक्षा परिषद को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकरण (ट्राइब्यूनल) को भेजा गया। जिसने 1968 में निर्णय लिया कि इसका लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा पाकिस्तान को और लगभग 90 प्रतिशत भारत को सौंप दिया जाए और 1969 में विभाजन हुआ।
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कच्छ का रण चित्र वीथिका
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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