कपिध्वज हिन्दू पौराणिक ग्रन्थों और महाभारत की मान्यताओं के अनुसार अर्जुन का एक अन्य नाम था। खाण्डव वन को जलाने हेतु श्री अग्निदेव ने वरुण देव के पास से कपिध्वज नामक अजेय रथ अर्जुन को दिया था, जिसकी ध्वज पर महावीर जी की मूर्ति बनी थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 29 |
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