कलकतिया हिन्दी
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- यह हिन्दी कलकत्ते की है।
- इसका मूल आधार तो मानक हिन्दी है किंतु स्वभावत: इस पर बँगला का प्रभाव काफ़ी है।
- हिन्दी क्षेत्र के भोजपुर प्रदेश के काफ़ी लोग कलकत्ते में बस गए हैं, इसीलिए उनका भी प्रभाव इस पर है।
- यह भी किसी की मातृबोली न होकर मात्र सामान्य बोलचाल की भाषा है।
- कलकत्ते में बँगला के बाद इसी का प्रयोग सर्वाधिक होता है।
- उपर्युक्त बोलियों की तरह ही भारत के अन्य बड़े नगरों जैसे अहमदाबाद, कटक आदि में भी उपर्युक्त प्रकार की स्थानीय प्रभावों से युक्त टूटी-फूटी हिन्दी बोली और समझी जाती है।
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