गिरिकर्णिका गुजरात की साबरमती नदी का प्राचीन नाम।[1] साबरमती का यह नाम सौंदर्य बोध की दृष्टि से बहुत ही सुन्दर है। पर्वत की कर्णिका या कान में पहनने की बाली के समान। यह नदी का विशेषण हमारे प्राचीन साहित्यकारों एवं भौगोलिकों की सौंदर्यमयी दृष्टि का अच्छा परिचायक है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पद्मपुराण-उत्तर. 52
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 288 |