गुझिया
गुझिया
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अन्य नाम | 'गुजिया' या 'गुंजिया' |
देश | भारत |
मुख्य सामग्री | मैदा, मावा, सूजी, घी, चीनी, किशमिश |
मावा | 400 ग्राम |
सूजी | 100 ग्राम |
चीनी | 400 ग्राम |
काजू | 100 ग्राम |
किशमिश | 50 ग्राम |
छोटी इलाइची | 7-8 |
नारियल | 100 ग्राम (कद्दूकस किया हुआ) |
मैदा | 500 ग्राम |
घी | 125 ग्राम (आटे के लिए), 2 चम्मच (कसार के लिए) और गुझिया तलने के लिए |
अन्य जानकारी | इसे छत्तीसगढ़ में कुसली, महाराष्ट्र में करंजी, बिहार में पिड़की और आंध्र प्रदेश में कज्जिकयालु कहते हैं। |
गुझिया अथवा 'गुजिया' या 'गुंजिया' एक प्रकार का पकवान है जो मैदा और खोए से मिलकर बनाया जाता है। इसे छत्तीसगढ़ राज्य में कुसली, महाराष्ट्र में करंजी, बिहार में पिड़की, आंध्र प्रदेश में कज्जिकयालु कहते हैं। उत्तर भारत में होली तथा दक्षिण भारत में दीपावली के अवसर पर घर में गुझिया बनाने की परंपरा है।
बनाने की विधि
गुझिया मुख्य रूप से दो तरह से बनाई जातीं है, एक- मावा भरी गुझिया, दूसरी रवा भरी गुझिया। मावा इलायची भरी गुझिया के ऊपर चीनी की एक परत चढ़ाकर वर्क लगाकर इसको एक नया रूप भी देते हैं। मावा के साथ कभी कभी हरा चना, मेवा या दूसरे खाद्य पदार्थ मिलाकर, जैसे अंजीर या खजूर की गुझिया भी बनाई जाती हैं।
आवश्यक सामग्री
- गुझिया में भरने के लिए (कसार)
- मावा - 400 ग्राम
- सूजी - 100 ग्राम
- घी - 2 चम्मच
- चीनी - 400 ग्राम
- काजू - 100 ग्राम (एक काजू को 5-6 टुकड़े करते हुये काट लीजिये)
- किशमिश - 50 ग्राम (डंठल हों तो, तोड़ दीजिये)
- छोटी इलाइची - 7-8 (छील कर कूट लीजिये)
- नारियल - 100 ग्राम (1 कप कद्दूकस किया हुआ)[1]
- गुझिया का आटा तैयार करने के लिये
कसार
भारी तले की कढ़ाई में मावा को हल्का भूरा होने तक भूनिये और एक बर्तन में निकाल लीजिये। कढ़ाई में घी डाल कर, सूजी डालिये, हल्का भूरा भून कर, एक प्लेट में निकाल लीजिये। चीनी को पीस लीजिये। सूखे मेवे कटे हुये तैयार हैं। मावा, सूजी, चीनी और मेवों को अच्छी तरह मिला लीजिये। गुझियों में भरने के लिये कसार तैयार है।[1]
विधि
मैदा को किसी बर्तन में छान कर निकाल लीजिये। घी पिघला कर आटे में डाल कर, अच्छी तरह मिलाइये। अब दूध डालकर आटे में मिलाइये, पानी की सहायता से कड़ा आटा गूथ लीजिये। आटे को आधा घंटे के लिये गीले कपड़े से ढककर रख दीजिये। आटे को खोलिये और मसल मसल कर मुलायम कीजिये। आटे से छोटी छोटी लोई तोड़ कर बना लीजिये (इतने आटे से 50- 55 लोइयां बन जायेगी)। लोइयों को गीले कपड़े से ढककर रखिये, एक लोई निकालिये 4 इंच के व्यास में पूरी बेलिये, बेली हुई पूरी थाली में रखते जाइये। जब 10 - 12 पूरियां थाली में हो जायं, अब इन्हें भर कर गुझिया तैयार कर लीजिये।[1]
- गुझिया भरने के तरीक़े
- पूरी को हाथ पर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, मोड़ कर बन्द करना, और गुझिया कतरनी से काटना।
- पूरी को हाथ पर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, मोड़ कर, बन्द करना, और गोंठना।
- पूरी को, गुझिया के सांचे के ऊपर रखना, पूरी के ऊपर मिश्रण रखना, किनारों से पानी लगाकर, बन्द करना, दबाना।
आप तीनों तरीक़े से गुझिया बना सकते हैं, लेकिन तीसरा तरीक़ा अधिक आसान है, इसमें समय भी कम लगता है, साथ ही सारी गुझियां एक बराबर होती हैं।
10 पूरियां हमने बेल कर रखी हुई हैं। एक पूरी उठाइये, पूरी को सांचे के ऊपर रखिये, एक या डेड़ चम्मच कसार पूरी के ऊपर डालिये, किनारों पर उंगली के सहारे से पानी लगाइये। सांचे को बन्द कीजिये, दबाइये, गुझिया से अतिरिक्त पूरी हटा दीजिये। सांचे को खोलिये, गुझिया निकाल कर थाली में रखिये। एक एक करके सारी पुरियों की गुझिया इसी तरह बना कर थाली में लगाइये, मोटे धुले कपड़े से ढककर रखिये। फिर से 10 पूरियां बेलिये और इसी तरह गुझिया बनाइये और ढक दीजिये। सारी गुझिया इसी तरह से बना कर तैयार कर लीजिये, ढककर रख दीजिये।
अब मोटे तले की कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये। गरम घी में 7-8 गुझिया डालिये, धीमी और मध्यम आग पर हल्के भूरा होने तक पलट पलट कर तल लीजिये। कढ़ाई से गुझिया, थाली में निकालिये और किसी डलिया या बड़े चौड़े बर्तन में रखते जाइये। सारी गुझिया इसी तरह तल कर निकाल लीजिये।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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