गोगुंडा युद्ध
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गोगुंडा युद्ध को 'हल्दीघाटी का युद्ध' भी कहा जाता है, जो 18 जून, 1576 ई. में लड़ा गया था। यह युद्ध पश्चिमोत्तर भारत के राजस्थान क्षेत्र में मेवाड़ के राजपूत राणा प्रताप सिंह और जयपुर के राजा मानसिंह के नेतृत्व में राजपूतों और मुग़ल सेना के बीच हुआ।[1]
- यह युद्ध मुग़ल शहंशाह अकबर द्वारा राजस्थान के अंतिम स्वतंत्र राजपूत राजाओं को अपने अधीन करने का प्रयास था।
- राणा प्रताप सिंह ने गोगुंडा के क़िले से लगभग 19 कि.मी. दूर उदयपुर के पश्चिमोत्तर में स्थित हल्दीघाटी के दर्रे पर मोर्चा लिया।
- गोगुंडा के युद्ध में मुग़ल विजयी हुए, लेकिन गोगुंडा का युद्ध विपरीत परिस्थितियों में वीरतापूर्ण राजपूत प्रतिरोध की एक किंवदंती बन गया।
- महाराणा प्रताप ने पहाड़ियों में रहते हुए अपनी लड़ाई जारी रखी और 1614 ई. तक मेवाड़ ने अंतत: मुग़लों को मान्यता नहीं दी।
इन्हें भी देखें: हल्दीघाटी का युद्ध एवं राजपूत साम्राज्य
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत ज्ञानकोश, खण्ड-2 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 110 |