गौरशिरा नामक ऋषि का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जो कि इन्द्र की सभा में वायु पीकर रहने वाले तथा हविष्य-पदार्थों को खाने वाले मुनि सम्पूर्ण लोकों के अधीश्वर वज्रधारी इन्द्र की उपासना करते थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 45 |
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