घृत सागर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- पौराणिक भूगोल के अनुसार पृथ्वी के सप्त सागरों में से एक है।
- इसकी स्थिति कुश द्वीप के चतुर्दिक मानी गई है।
- विष्णु पुराण[1] में 'सर्पि (धृत) समुद्र' का उल्लेख अन्य काल्पनिक समुद्रों के नाम के साथ है-
'एते द्वीपा: समुद्रैस्तु सप्त सप्तभिरावृता:, लवणेक्षु सुरासर्पि दधि जलै: समम्'।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या- 313।
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