ज़मीन में गड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- लज्जावश सिर नीचे झुकना।
प्रयोग- झूठ बोलकर छुट्टी लेने के बाद, बाग की सैर करते हुए, उसके मैनिजिंग डायरेक्टर उसे देख लेते मात्र उसी से वह ज़मीन में गड़ जाता।(उपेन्द्रनाथ अश्क)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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