जामा मस्जिद | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जामा मस्जिद |
जामा मस्जिद, श्रीनगर
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विवरण | जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित जामा मस्जिद राज्य के प्रमुख धार्मिक तथा पर्यटन स्थलों में से एक है। इसकी लंबाई 384 फीट और चौड़ाई 38 फीट है। |
स्थान | श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर |
निर्माता | सुल्तान सिकन्दर |
निर्माण काल | 15वीं शताब्दी |
गूगल मानचित्र | |
विशेष | इस मस्जिद की यह विशेषता है कि इसमें एक साथ 30,000 लोग नमाज़ अदा कर सकते हैं। |
अन्य जानकारी | इस मस्जिद का देखने लायक मुख्य हिस्सा यहां का प्रार्थना हॉल है, जो 370 खंभों पर खड़ा हुआ है। यह सभी खंभे देवदार के मोटे तनों से बने हुए हैं। |
जामा मस्जिद जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर शहर में स्थित कश्मीर की सबसे बड़ी मस्जिद है। यह श्रीनगर की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है। इसका निर्माण 1400 ई. में किया गया था। श्रीनगर जामा मस्जिद की वास्तुकला काफ़ी अद्भुत है। इसकी लंबाई 384 फीट और चौड़ाई 38 फीट है। इस मस्जिद में तीस हज़ार लोग एक-साथ नमाज़ अदा कर सकते हैं।
- स्थानीय लोग इस मस्जिद को 'शुक्रवार मस्जिद' के नाम से भी जानते हैं।
- सुल्तान सिकन्दर ने 1404 ई. में जामा मस्जिद बनाने के लिए महाराज तारापदी द्वारा 693-697 में निर्मित एक प्रसिद्ध मन्दिर को तोड़ डाला और उसकी सारी सामग्री मस्जिद बनाने में लगा दी।
- इस मस्जिद को पुराने समय में विवादों के चलते कई बार नष्ट कर दिया गया था। हर बार इसका पुनर्निर्माण किया गया। आखिरी बार महाराजा प्रताप सिंह ने इसको अपनी देखरेख में बनवाया था, उस समय से आज तक यह ठीक है।
- यह मस्जिद भारतीय सामग्री और मुस्लिम कलाकृति से मिलकर बना हुआ बेमिसाल धार्मिक केंद्र है।
- श्रीनगर की जामा मस्जिद की वास्तुकला को ब्रिटिश वास्तुकारों ने डिजायन किया था, जिसे 'इंडो-सारासेनिक वास्तुकला' के नाम से जाना जाता है। इस अद्भूत डिजायन का परिणाम यह है कि इस मस्जिद में शिखर पर एक गुंबद नहीं है, जो अक्सर हर मुस्लिम कलाकृतियों और धार्मिक स्थलों पर हुआ करती है।
- इस मस्जिद का देखने लायक मुख्य हिस्सा यहां का प्रार्थना हॉल है, जो 370 खंभों पर खड़ा हुआ है। यह सभी खंभे देवदार के मोटे तनों से बने हुए हैं।
- यहाँ की शान्ति और इसके आसपास स्थित शोर भरे बाज़ार के बीच काफ़ी अंतर है, लेकिन पर्यटकों को यहां ही यह बात ही सबसे ज्यादा भाती है।
- जामा मस्जिद में काफ़ी जगह है, जिसमें एक समय में 30,000 लोग बैठकर नमाज अदा कर सकते हैं।
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