दिव्या राणा

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दिव्या राणा

दिव्या राणा (अंग्रेज़ी: Divya Rana) भारतीय हिन्दी फ़िल्मों की अभिनेत्री हैं। 80 के दशक में बॉलीवुड में कई हीरोइनों ने एंट्री की थी। उस वक्त मंदाकिनी और दिव्या राणा जैसी नई हीरोइनों ने भी फिल्मों में कदम रखा था। ये दोनों हीरोइनें फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' में एक साथ नजर आईं, लेकिन मंदाकिनी के बोल्ड अवतार और अभिनय के आगे दिव्या राणा नजरों में नहीं आ पाईं। फिल्म जब हिट हुई तो सारा क्रेडिट मंदाकिनी ले गईं। इस फिल्म में एक्टर राजीव कपूर मुख्य भूमिका में थे और दिव्या राणा के साथ उनकी ये दूसरी फिल्म थी।

फ़िल्मी शुरुआत तथा अंत

दिव्या की पहली फिल्म 'एक जान हैं हम' थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ये औंधे मुंह गिरी। फिल्म तो खैर चली ही नहीं, राजीव कपूर और दिव्या राणा को भी लोगों ने पसंद नहीं किया। लेकिन राजीव के पिता राज कपूर ने दोनों को लेकर 'राम तेरी गंगा मैली' बनाई। लेकिन दिव्या की किस्मत ना जाने कहां सोई थी। ताज्जुब की बात है कि 'राम तेरी गंगा मैली' जबरदस्त हिट रही लेकिन दिव्या के कॅरियर को कोई फायदा नहीं पहुंचा पाई। दिव्या जैसे तैसे आगे बढ़ती रहीं। उन्होंने 'वतन के रखवाले', 'एक ही मकसद', 'आसमां' और 'मां कसम' जैसी फिल्मों में काम किया। लेकिन फिर वही बदकिस्मती उनके साथ रही। इतनी फिल्मों के बाद भी दिव्या राणा लोगों की नजरों में नहीं आईं और जिस सफलता और शोहरत का सपना लेकर वो फिल्मों में आईं थीं, वो उनसे दूर ही रही। इसके बाद दिव्या राणा ने फिल्में छोड़ दीं।

मुख्य फ़िल्में

दिव्या राणा और राजीव कपूर
  1. एक जान हैं हम - 1983
  2. राम तेरा गंगा मैली - 1985
  3. माँ कसम - 1985
  4. आसमान - 1984
  5. एक ही मकसद - 1988

विवाह

अभिनय छोड़ने के बाद दिव्या राणा ने मुंबई बेस्ड बिजनेसमैन फजल से विवाह कर लिया। फिलहाल वे मुंबई में ही रह रही हैं लेकिन शादी के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर सलमा मनेकिया रख लिया है। वे दो बच्चों की मां हैं।

व्यवसाय

दिव्या राणा मुंबई में ही एक फोटोग्राफर के तौर पर काम कर रही हैं। इसके अलावा वे मिट्टी की मूर्तियां भी बनाती हैं। सोशल मीडिया पर उनकी कई फोटोज देखने को मिलती हैं। वह वुमन क्लोदिंग का काम भी करती हैं। वे इंस्टाग्राम पर ज्यादातर अपने क्लोदिंग प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने के लिए ही पोस्ट शेयर करती हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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