दीर्घबाहु

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

दीर्घबाहु का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। यह हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र के सौ कौरव पुत्रों में से एक था। प्रतिज्ञानुसार भीमसेन ने इसका वध किया था।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 225 |

  1. महाभारत भीष्म पर्व 67.105; 96.26

संबंधित लेख