धनीराम काशी (वर्तमान बनारस) के प्रसिद्ध कवियों में से थे। ये संवत् 1867 से 1890 के मध्य जानकी प्रसाद के आश्रित थे।[1]
- इन्होंने ‘मुक्ति रामायण’ की टीका लिखी थी।
- धनीराम ने 'रामगुणोदय', 'काव्य प्रभाकर' और 'तत्वार्थ प्रदीप' नामक तीन काव्य ग्रंथ लिखे थे।
- राम गुणोदय - रामाश्वमेध वर्णन
- काव्य प्रभाकर - मम्मट काव्य प्रकाशानुवाद
- तत्वार्थ प्रदीप - मुक्ति रामायण की टीका
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी कथा, साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।