धर्मत्रात

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

बौद्ध धर्म में सर्वास्तिवाद दर्शन के प्रवर्तक गुरुओं एवं ग्रन्थकारों को धर्मत्रात कहते हैं। 'धर्मत्रात' का शाब्दिक अर्थ है- 'धर्म का रक्षक'।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख