धृष्टकेतु | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- धृष्टकेतु (बहुविकल्पी) |
धृष्टकेतु पौराणिक महाकाव्य महाभारत तथा मान्यताओं के अनुसार कैकयवंश के एक राजा थे, जो कि युधिष्ठिर के सहयोगी भी थे।
- इनकी पत्नी का नाम श्रुतकीर्ति था तथा इनके संतर्दन आदि पाँच पुत्र थे।[1]
- ये महाभारत के युद्ध में, यह पाण्डवों की पक्ष से लड़े थे।[2] सूर्यग्रहण पर यह स्यमंतपंचक भी गया था।[3]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 254 |
- ↑ भागवतपुराण. 9.24.38
- ↑ भागवतपुराण 10.78 [95.5] 13; महाभा. उद्योग पर्व 157.13; 50.44; भीष्म. 45.38.41
- ↑ भागवतपुराण 10.82.25
संबंधित लेख
|