पंकज चौधरी
पंकज चौधरी
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पूरा नाम | पंकज चौधरी |
जन्म | 15 नवंबर, 1964 |
जन्म भूमि | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
अभिभावक | पिता- भगवती प्रसाद चौधरी माता- उज्जवल चौधरी |
पति/पत्नी | भाग्यश्री चौधरी |
संतान | एक पुत्र, एक पुत्री |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | राज्य मंत्री, वित्त मंत्रालय- 7 जुलाई, 2021 से |
शिक्षा | बी.ए. |
विद्यालय | गोरखपुर विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश |
अन्य जानकारी | वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने महराजगंज लोकसभा क्षेत्र से पंकज चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया था। पहली बार में ही वह चुनाव जीत गए। |
अद्यतन | 13:44, 14 जुलाई 2021 (IST)
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पंकज चौधरी (अंग्रेज़ी: Pankaj Choudhary, जन्म- 15 नवंबर, 1964) भारत की 17वीं लोकसभा में सांसद हैं। साल 2014 के चुनावों में उन्होंने उत्तर प्रदेश की महाराजगंज सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। 7 जुलाई, 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में विस्तार तथा फेरबदल के बाद पंकज चौधरी को 'वित्त मंत्रालय' में राज्य मंत्री बनाया गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाला महराजगंज का पहला चेहरा बने पंकज चौधरी को उनकी शालीन सियासत का इनाम मिला है। छठवीं बार सांसद बने पंकज चौधरी की पहचान पार्टी में समर्पित व सफल सिपाही की है।
परिचय
पंकज चौधरी का जन्म 15 नवंबर, 1964 को ज़िला गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के सांसद पंकज चौधरी मूलतः गोरखपुर के रहने वाले हैं। पंकज चौधरी ने नगर निगम में बतौर पार्षद राजनैतिक कैरियर की शुरुआत की। पहली बार 1989-1991 में नगर निगम गोरखपुर में पार्षद चुने गये थे। 1990-1991 तक वे गोरखपुर नगर निगम में ही उप-महापौर रहे। उसी साल 1991 में उन्हें प्रदेश भाजपा में कार्यकारिणी समिति में सदस्य बनाया गया।[1]
छ: बार सांसद
वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने महराजगंज लोकसभा क्षेत्र से पंकज चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया। पहली बार में ही वह चुनाव जीत गए। इसके साथ ही सियासत में वह चमकते गए। महराजगंज संसदीय सीट से वह वर्ष 1991, 1996, 1998, 2004, 2014 में सांसद रह चुके हैं। 2019 में वह छठवीं बार सांसद चुने गये हैं।
दसवीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें महराजगंज संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया। पहली बार में ही वह चुनाव जीत गए। इस जीत के साथ उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई। लेकिन 13वीं लोकसभा में चुनाव हार गए। चौदहवीं लोकसभा में जनता का भरोसा जीतने में वह फिर से कामयाब हुए और सांसद चुन लिए गए। पंद्रहवी लोकसभा में फिर उनको हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस असफलता को पंकज चौधरी ने अपने ऊपर हावी नही होने दिया और जनता के बीच बने रहे। 16वीं व 17वीं लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की। 17वीं लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की। [2]
महराजगंज संसदीय क्षेत्र से लगातार छठवीं बार सांसद बने पंकज चौधरी की बेटी की शादी बुधवार के दिन थी। शादी दिल्ली से ही होनी थी। पूरा परिवार व रिश्तेदार दिल्ली स्थित आवास पर ही एकत्र थे। शादी के एक दिन पहले वैवाहिक रस्म को पूरा कराने के लिए सांसद पूजा की वेदी पर बैठे थे। उसी दौरान मंत्री बनने का फोन आया। रस्म पूरी करने के बाद वह पीएम आवास रवाना हुए थे।
राजनीति में पकड़
सांसद पंकज चौधरी की सियासी छवि जिले में शालीन नेता की है। कुर्मी बिरादरी में अच्छी पकड़ के साथ अन्य बिरादरी में भी उनके सोशल इंजीनियरिंग के विरोधी भी कायल हैं। यह उनकी कुशल राजनीतिज्ञ की ही मिसाल है कि गोरखपुर से अलग होकर जब महराजगंज जिला बना, तब ही से जिला पंचायत सीट पर भाजपा का ही कब्जा है। इसमें में सांसद के बड़े भाई प्रदीप चौधरी व मां उज्ज्वला चौधरी अध्यक्ष रह चुकी हैं। आरक्षण बदलने के बाद भी पंकज चौधरी के करीबी व भरोसेमंद ही जिला पंचायत अध्यक्ष बने।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 बेटी की शादी के रस्म के दौरान आ गया मंत्री बनने का बुलावा (हिंदी) zeenews.india.com। अभिगमन तिथि: 14 जुलाई, 2021।
- ↑ बार के सांसद, कुर्मी बिरादरी के बड़े नेता, महाराजगंज की सियासत में पकड़, जानिए कौन हैं मोदी के नये मंत्री पंकज चौधरी https://www.aajtak.in/india/politics/story/modi-cabinet-expansion-bjp-mp-pankaj-choudhary-from-maharajganj-pankaj-choudhary-in-modi-cabinet-ntc-1286761-2021-07-08 (हिंदी) zeenews.india.com। अभिगमन तिथि: 14 जुलाई, 2021।
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