पितृकुल पिता से अपनी अनुगतता बतलाने वाले समूह को कहा जाता है। पितृकुलों में संपति के उत्तराधिकारी के नियम के अनुसार पिता से पुत्र को संपति का उत्तराधिकार मिलता है।