भंग का उल्लेख हिंदू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यह जनमेजय के सर्पयज्ञ में जले एक साँप का नाम था।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 79 |
संबंधित लेख