मधुपर्क का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह एक गरुड़ का नाम था।[1]
- महाभारत उद्योग पर्व[2] में बताया गया है कि भगवान विष्णु ही इनके देवता हैं, वे ही इनके परम आश्रय हैं।
- भगवान विष्णु इनके हृदय में सदा विराजते हैं और विष्णु ही सदा इनकी गति हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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