मल्हारराव होल्कर
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मल्हारराव होल्कर
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पूरा नाम | मल्हारराव होल्कर |
जन्म भूमि | 16 मार्च 1693 ई. |
मृत्यु तिथि | 20 मई 1766 ई. |
वंश | होल्कर वंश |
संबंधित लेख | मराठा साम्राज्य, पेशवा, बालाजी विश्वनाथ, बालाजी बाजीराव, शिवाजी, बाजीराव प्रथम, शाहजी भोंसले, शम्भाजी पेशवा, बाजीराव द्वितीय, राजाराम शिवाजी, दौलतराव शिन्दे, नाना फड़नवीस, दादोजी कोंडदेव, होल्कर वंश |
अन्य जानकारी | मल्हारराव होल्कर होल्कर वंश के प्रवर्तक थे। वह प्रारम्भ में पेशवा बाजीराव प्रथम (1720-1740 ई.) की सेवा में रहे, उसने पेशवा की काफ़ी दिनों तक सेवा की तथा कई विजय अभियानों में भी भाग लिया था। |
बाहरी कड़ियाँ | मल्हाराव होल्कर, मल्हाराव होल्कर |
मल्हारराव होल्कर (अंग्रेज़ी: Malhar Rao Holkar, जन्म:16 मार्च 1693 ई.- मृत्य: 20 मई 1766 ई.) इंदौर के होल्कर वंश का प्रवर्तक थे। मल्हार राव विशेष रूप से मध्य भारत में मालवा के पहले मराठा सूबेदार होने के लिये जाना जाते थे। यह होल्कर परिवार के पहले राजकुमार थे, जिन्होंने इंदौर के राज्य पर शासन किया था।
- उन्होंने पेशवा बाजीराव प्रथम को कई युद्धों में विजय दिलवाई थी। उनके वंशजों द्वारा शासित राज्य को 1948 ई. में भारतीय गणराज्य में सम्मिलित कर लिया गया था।
- मल्हारराव अपने मामा बाजीराव बरगल के घर पर तलोदा[1] में पले बढ़े थे।
- 1717 ई. में मल्हाराव का विवाह उनके चाचा की बेटी गौतमा बाई से हुआ था। उन्होंने बाना बाई साहिब होल्कर, द्वारका बाई साहिब होल्कर, हरकू बाई साहिब होल्कर के साथ भी विवाह किया था।
- वे प्रारम्भ में पेशवा बाजीराव प्रथम (1720-1740 ई.) की सेवा में रहे थे।
- पेशवा बाजीराव प्रथम की मल्हाराव ने काफ़ी दिनों तक सेवा की तथा कई विजय अभियानों में भी भाग लिया था।
- बाजीराव प्रथम ने उनकी स्वामी भक्ति के फलस्वरूप मध्य भारत में एक बड़ा क्षेत्र उसके शासन में कर दिया गया। मल्हारराव होल्कर के उत्तराधिकारी इस क्षेत्र का शासन बड़े दिनों तक करते रहे।
- 1948 ई. में उसके राज्य का भारतीय गणराज्य में विलयन कर लिया गया।
- मल्हारराव होल्कर का निधन 20 मई 1766 ई. को हुआ।
इन्हें भी देखें: मराठा एवं मराठा साम्राज्य
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 346 |
- ↑ नंदुरबार जिला। खानदेश